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Computer Topology |
आज के इस आर्टिकल में हम पढ़ने वाले कि Tree Topology क्या होती है और इसके क्या फायदे और नुक्सान होते है। हमारे पिछले आर्टिकल में हमने पढ़ा था कि computer topology क्या होती है और इसके कितने प्रकार होते है। जिसमे से हमने अब तक तीन प्रकार पढ़ लिए है और आज के इस आर्टिकल में हम टोपोलॉजी के चौथे part के बारे में पढ़ने जा रहे है। लेकिन इसके चौथे पार्ट यानी कि Tree टोपोलॉजी के पढ़ने से पहले हम एक बार जान लेते है कि आखिर कंप्यूटर टोपोलॉजी होती क्या है और इसने प्रकार एक नाम क्या–क्या है।
What is Computer Topology?
Topology बहुत सारे कंप्यूटर के arrangement को कहा जाता है। एक नेटवर्क में बहुत सारे कंप्यूटर एक दुसरे से जुड़े होते है तो यह कंप्यूटर किस तरह के structure में जुड़े होते है इसी को कंप्यूटर टोपोलॉजी कहा जाता है।
कंप्यूटर के पांच प्रकार होते है –
- Bus Topology
- Ring Topology
- Star Topology
- Tree Topology
- Mesh Topology
हमने पुराने आर्टिकल में टोपोलॉजी के तीन प्रकार के बारे में पढ़ा था और आज हम टोपोलॉजी के चौथे प्रकार यानी कि ट्री टोपोलॉजी के बारे में पढ़ने जा रहे है।
ट्री टोपोलॉजी क्या होती है? – What is Tree Topology?
Tree Topology में एक नेटवर्क tree की फॉर्म में connected होते है। Tree Topology में bus टोपोलॉजी और star टोपोलॉजी दोनों के ही लक्षण देखने को मिलते है। ट्री टोपोलॉजी में बस टोपोलॉजी की तरह ही एक लम्बी cable की मदद से सारे devices जुड़े होते है और स्टार टोपोलॉजी की तरह ही इस टोपोलॉजी में भी एक main device hub होता है।
इस टोपोलॉजी में बहुत सारे hub हो सकते है जो कि एक main केबल से जुड़े होते है और सारे hub में कई सारे computers जुड़े होते है जो कि एक पेड की तरह दिखाई देता है।
ट्री टोपोलॉजी के फायदे – Advantages of Tree Topology
ट्री टोपोलॉजी के कुछ फायदे होते है जो नीचे बताये गए है –
- इस टोपोलॉजी में अगर एक hub या एक कंप्यूटर खराब भी हो जाए तो बाकी के हब और computers में फर्क नहीं पड़ता है।
- ट्री टोपोलॉजी को maintain करना और इसमें किसी भी तरह का fault ढूंढ़ना आसान होता है।
- इसमें devices का एक Point To Point Connection रहता है।
- tree टोपोलॉजी में नेटवर्क को बढ़ाना आसान हो जाता है।
ट्री टोपोलॉजी के नुक्सान – Disadvantages of Tree Topology
ट्री टोपोलॉजी के कुछ नुक्सान भी होते है –
- इस टोपोलॉजी में नेटवर्क को configure करना मुश्किल होता है।
- इस तरह के टोपोलॉजी में काफी सारे कंप्यूटर होते है जिसकी वजह से इस नेटवर्क की speed slow हो जाती है।
- इसमें ज्यादा cable की जरुरत पड़ती है।
- इस टोपोलॉजी को install की cost ज्यादा होती है।