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UPS |
Introduction
आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि UPS क्या होता है और यह कैसे काम करता है। अगर आप कंप्यूटर से जुड़े चीज़ो के बारे मे जानमे में interest रखते है तो आपने यूपीएस (UPS) के बारे में कही न कही पढ़ा होगा। यह device हमारे कंप्यूटर को बिजली न मिलने पर बंद होने से बचाता है। यह एक power source की तरह काम करता है जो कि लगातार कंप्यूटर को electricity देता रहता है और कंप्यूटर बंद नहीं होता और एक user अपना काम बिना किसी परेशानी के जारी रख सकता है। लेकिन यह पावर सप्लाई ज्यादा समय के लिए नहीं होती है। एक यूजर अपने important documents को save करके कंप्यूटर को proper तरीके से shut down कर सकता है।
What is UPS in Hindi?
UPS का पूरा नाम Uninterruptible Power Supply होता है। UPS एक ऐसा device होता है जो कि इससे connected device (PC) को लगातार power supply देता रहता है। अगर बिजली चली जाती है तो उस समय यह UPS बहुत काम आता है क्योकि इसकी मदद से हम अपने device को चालू रख सकते है। UPS (Uninterruptible Power Supply) में batteries होती है जो कि power supply देती है। आमतौर पर हम UPS को कंप्यूटर के साथ जोड़ते है और जब बिजली चली जाती है तो उस समय यह UPS हमें power supply करता है और हमारा कंप्यूटर बंद नहीं होता और हम अपनी जरुरी files save करके इसे shut down कर सकते है। UPS (Uninterruptible Power Supply) का मुख्य इस्तेमाल इसलिए किया जाता है ताकि जब भी कोई किसी file में काम कर रहा है और वो Save नहीं है और अगर बिजली चली जाती है तो वह उस file को save कर सके और आराम से shut down कर सके।
UPS या Uninterruptible Power Supply बैटरी का इस्तेमाल करता है जो कि main power के fail हो जाने पर भी कुछ समय के लिए computer को ON रखता है। यह UPS (Uninterruptible Power Supply) कंप्यूटर को सिर्फ कुछ समय के लिए ही ON रख पाता है। एक यूपीएस (UPS) कंप्यूटर को लगभग 15 मिनट के लिए ON रख सकता है।
UPS का क्या काम होता है – Functions of UPS
UPS के कुछ किये जाने वाले प्रमुख Functions नीचे दिए गए है –
- यूपीएस (UPS) का पहला काम electronic devices जैसे PC, Servers, या Audio video devices को power supply न मिलने पर electricity प्रदान करना होता है।
- यह electric current के load को भी maintain करता है ताकि हमारा electric component को proper तरीके से power supply मिलती रह।
- यूपीएस (UPS) आपके device को short-circuit होने से बचाता है।
- अगर पावर सप्लाई मिलना बंद हो जाये तो UPS (Uninterruptible Power Supply) के अंदर लगी हुई battery की मदद से पावर supply को जारी रखा जाता है।
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UPS के प्रकार – Types of UPS
UPS system को मुख्य तीन भागो में बांटा गया है –
1. Single-conversion system
इन UPS का इस्तेमाल normal operation के लिए किया जाता है जैसे desktop computer के लिए इस तरह के यूपीएस का इस्तेमाल किया जाता है। यह यूपीएस (UPS) current के कम या ज्यादा होने पर पावर सप्लाई को maintain करता है और damage होने से बचने के लिए पावर सप्लाई cut भी करता है।
2. Double-conversion system
इसके नाम से ही आपको मालूम चल गया होगा है कि इस तरह के UPS system में दो बार power को convert किया जाता है। इसमे सबसे पहले input rectifier होता है जो कि AC करंट को DC करंट में convert करता है। फिर उसे output inverter में feed कर देता है। फिर output inverter से इस DC current को AC करंट में convert करके electronic equipment तक पावर सप्लाई करता है।
3. Multi-mode system
इस तरह के यूपीएस में single और double-conversion system दोनों के features को combine कर दिया गया है। जिससे इन UPS की efficiency और reliability में काफी improvement बड़ी है। अगर condition normal हो तब UPS system सिर्फ line-interactive mode में ही operate होता है। जिसकी मदद से energy save होती है और साथ ही यह main power में होने वाली common problem को भी solve करता है।
अगर AC input power line-interactive mode के लिए ज्यादा high पड़ जाती है तो UPS system उस समय automatically ही double-conversion mode में switch हो जाता है। जब main power source बंद हो जाता हो तब तो यह डिवाइस को चलाने के लिए battery से power लेता है।
Multi-mode UPS का इस्तेमाल उन devices के लिए किया जाता है जिन्हें ज्यादा efficiency और protection की जरुरत पड़ती है। जैसे Data center में इस तरह के यूपीएस का इस्तेमाल किया जाता है।
Parts of UPS
UPS के कुछ मत्वपूर्व पार्ट्स के बारे में नीचे दिया गया है –
- Rectifier
- Bypass
- Battery
- Inverter
1. Rectifier
इसका मैं काम circuit से आने वाले AC करंट को DC करंट में convert करता है। इसके अलावा यह बैटरी को चार्ज करने भी मदद करता है।
2. Bypass
यूपीएस में यह circuit मौजूद होता है जो कि directly AC power का इस्तेमाल करता है। जब भी overload या fault होता है तब ये automatically load को mains supply के साथ connect कर देता है।
3. Battery
यह किसी भी UPS system का heart होता है। ये आपको emergency के समय या इलेक्ट्रिसिटी न मिलने पर power supply देता है ताकि आप बिजली जाने के बाद अपने काम को जारी रख सके और काम को सुरक्षित रख सके।
4. Inverter
इन्वर्टर का काम रेक्टिफिएर के बिकुल उल्टा होता है। इस circuit का काम rectifier के भेजे गए DC supply को AC supply में convert करना होता है। इसके साथ – साथ ही यह AC current को regulate और filter करके load को देता है।